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अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस-12 May Special Day
” हमारी नर्सें, हमारा भविष्य” ।
आधुनिक नर्सिंग का संस्थापक – (12 May Special Day)
युद्ध के समय अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर लोगों पर दया भाव के साथ और मानवता के नाते फ्री में उन तक खुद पहुंच कर, अपनी सेवा देकर बहुत से व्यक्तियों की जान बचाई जिनका नाम फ्लोरेंस नाइटिंगेल था जिनका जन्म 12 मई को ही हुआ था जिस कारण उनके जन्मदिन को ही नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता हैं और इन्हें सबसे पहली नर्स कहा जाता है यानी इन्ही से नर्स नमक जॉब टाइटल की शुरुआत हुई । इन्हें आधुनिक नर्सिंग का संस्थापक भी माना जाता है ।
इंटरनेशनल काउंसिल आफ नर्स का उद्देश्य – (12 May Special Day)
सन 1974 मे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नर्स दिवस को मनाने का अनाउंसमेंट किया गया । इस दिन सभी नर्सों को उनकी जॉब में हेल्पफुल मेडिकल किट का डिस्ट्रीब्यूशन किया जाता है। नसों की सभी समस्याओं के हल और उनके निवारण को ध्यान में रखते हुए सभी काम किए जाते हैं। नर्सों की देखभाल, उनको आ रही किसी प्रकार की समस्या , उनके जॉब से रिलेटेड किसी प्रकार की समस्याएं, आज के किसी और गंभीर मुद्दे को लेकर, किसी भी प्रॉब्लम का हल करना ,इंटरनेशनल काउंसिल आफ नर्स का मुख्य उद्देश्य है।
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कोरोना मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई नर्सों ने – (12 May Special Day)
कुछ महीना पहले जब कोरोना संकट का समय आया था उस समय पूरी दुनिया हिल गई थी, सभी अपने घरों में कैद हो गए थे ,सब एक दूसरों से दूर रहने की कोशिश करते थे क्योंकि उन्हें कोरोना वायरस हो जाने की संभावना रहती थी, लेकिन जो कोरोना पेशेंट होते थे उनकी देखभाल करने के लिए डॉक्टर और नर्सों को आगे आना ही पड़ा । इन मामलों में कई लोगों की हिम्मत जवाब दे जाती है , ऐसे में कई डॉक्टर और नर्स इस क्षेत्र में हिम्मत करके आगे बढ़े ,उन्हें कोरोना वॉरियर्स के नाम से संबोधित किया गया तो जिन्होंने लाखों लोगों की जान बचाकर एक बहुत बड़ा योगदान दिया ।
एक डॉक्टर मरीज को देखकर, दवा देकर अपने दूसरे मरीज की ओर बढ़ जाता है लेकिन नर्स हर एक मरीज के लिए निर्धारित होती है , तो वह उस मरीज का पूरा ध्यान रखती है कि किस समय उनको दवा देनी है? किस समय उनको किसी हेल्प की जरूरत है?, उनका इलाज , उनका ध्यान रखना , क्या खाने में चीज उनको देनी है ? क्या नहीं देनी है? कब उनकी पट्टियॉं बदलना है कब नहीं बदलना है तो दूसरों का इतना ध्यान रखना सिर्फ नर्स ही कर सकती हैं ।
नर्स के इस प्रकार के सेवा भाव और योगदान के लिए, उनका आत्म सम्मान और गौरव बढ़ाने के लिए पूरे देश, दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। इसलिए यह दिन जो 12 मई का दिन है यह डॉक्टर और नर्सों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन हो जाता है।
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दिन-रात मरीजों की देखभाल करती हैं नर्सें – (12 May Special Day)
जब किसी मरीज का मनोबल टूटता है उसको दर्द की दिक्कत होती है तो उस समय एक नर्स ही उसको सहयोग करती है वह उसका मनोबल और आत्मविश्वास आदि को मोटिवेट करके बढ़ाती है व दर्द होने पर एक सही ट्यूब, सही इंजेक्शन, सही दवा का प्रयोग कर उसके दर्द में कमी लाने का काम करती हैं तो उसे मरीज के लिए व्यक्तिगत एक नर्स बहुत बड़ा रोल अदा करती है जो उनके रोगों में और उनके स्वास्थ्य के सुधार में बहुत बड़ा सहयोग करती हैं । जब कोई इलाज, छुआछूत बीमारी का होता है तब भी उनको ग्लव्स आदि पहनकर ,उनका सही इलाज करना ही पड़ता है इसलिए इनका महत्व और भी अधिक हो जाता है क्योंकि अपने आप की परवाह किए बिना यह दूसरों का इतना ध्यान रखते हैं, इसलिए इनके प्रति आभार व्यक्त करना हमारा कर्तव्य है इसीलिए अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की शुरुवात की गयी।
एक समर्पण का भाव रखते हुए दिन-रात मरीजों की देखभाल और उनकी सेवा करते रहना ,सबके बस की बात नहीं है उनके इसी भाव को, उनके इसी काम को सम्मान देने और आभार व्यक्त करने के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय नर्स डे, बडी गंभीरता और सम्मान के साथ मे और धूमधाम से मनाया जाता है।
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फ्लोरेंस नाइटिंगेल उनका जन्मदिन -(12 May Special Day)
चलिए अब नर्स डे के इतिहास को समझ लेते हैं । इस दिन का इतिहास काफी पुराना है। 12 मई को एक ऐसी शख्सियत का जन्म हुआ जिसने चिकित्सा के क्षेत्र में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया, जिनका नाम था फ्लोरेंस नाइटिंगेल था। उनका जन्म 12 मई को हुआ था इन्होंने क्रीमिया युद्ध के समय में अपना काफी उल्लेखनीय और सराहनीय काम किया था । यह युद्ध के मैदान में उन सभी घायलों के पास भी पहुंची जिनको यह खुद सीधे तौर पर नहीं जानती थी और यह अपना लैंप लेकर उन तक पहुंचती और उनके घाव और दुख दर्द में अपना पूरा सहयोग कर देती थी । इसीलिए इनको लेडी विद द लैंप के नाम से भी जाना जाने लगा, पूरी रात घूम-घूम कर यह उन लोगों का इलाज किया करती थी।
इन्हें पूरी दुनिया का सबसे पहली नर्स होने का दर्जा भी दिया जाता है । उसके बाद ही नर्सिंग मे एक व्यावसायिक तौर पर नर्स नामक जॉब पोस्ट का उदय हुआ और नर्सिंग जैसे एक बड़े क्षेत्र का आगमन हुआ। आज यह बहुत विस्तृत हो चुका है। एएनएम, जीएनएम मेडिकल के क्षेत्र में और भी कोर्सेज, डिग्री लेकर नर्स के पद पर बहुत से मरीज का ध्यान रखते हुए कई व्यक्ति और महिलाएं अपना योगदान दे रही है।
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