दोस्तों आपका स्वागत है हमारे इस नए ब्लॉग पर उम्मीद करता हूं कि आप सभी अच्छे होंगे, स्वस्थ होंगे और अपने परिवार के साथ अच्छे से जीवन यापन कर रहे होंगे। दोस्तों यह परिवार बहुत काम की चीज है, माने या ना माने जब हम किसी परेशानी में होते हैं इस परिवार के सदस्यों में से ही कोई निकल कर सामने आता है और जो हमें जिंदगी की खाई में गिरने से रोक लेता है । यह परिवार ही है जिसको हम समय नहीं दे पाते हैं और अपने रोजमर्रा के कामों को लगातार एक मशीन की भांति करते जा रहें हैं अगर आप अपनी जिंदगी में रुककर कभी यह नहीं देख सकते कि आपके परिवार ने आपके लिए क्या किया है आप इतनी मेहनत किस उद्देश्य से कर रहे हैं ? क्या जिन्होंने आपकी जिंदगी में इतना बड़ा योगदान दिया, क्या उनके लिए आप कुछ कर रहे हैं या समय रहते आप उनके लिए कुछ कर पाएंगे? आज सभी सवालों के जबाब आपको मिलने जा रहे हैं । चलिए आगे पढ़ते हैं ..
क्या हैं माता पिता –
दोस्तों परिवार में दो लोग इतने महत्वपूर्ण है जो जिंदगी का बीज बोने से लेकर आपको एक बड़े वट वृक्ष के रूप में विशाल देखने का उनका सपना जुड़ा होता है वह है आपका सबसे ज्यादा करीब आपके सबसे मेहरबान आपके सबसे ज्यादा ख्याल रखने वाले व्यक्ति ,अपनी सफलता से आगे ले जाने वाले व्यक्ति ,अपनी जिंदगी को निचोड़ कर अपने बच्चों की जिंदगी संवारने में जो अपना योगदान देने का काम करते हैं ऐसे व्यक्तित्व जिनको हम माता और पिता कहते हैं।
माता पिता अपने बच्चों की सफलता मे ही अपने पूरे जीवन की सफलता समझते हैं –
तो इस जिंदगी में आप और किसी के लिए भले ही थोड़ा कम कीजिएगा, लेकिन माता पिता का ख्याल जरूर रखिएगा उनकी हर एक छोटी इच्छा को अपने जिंदगी का सबसे बड़ा एवं सबसे जरूरी समझ लीजिएगा , उससे जो आशीर्वाद और दुआएं मिलेंगे वो सबसे बड़ा तोहफा आपकी जिंदगी में वाकई में और कुछ नहीं हो सकता है । हम उनकी जिंदगी भर सेवा करते रहें , तब भी उनका एहसान हम इस जन्म में हम नहीं उतार सकते । माता-पिता का होना ही बहुत बड़ी बात होती है। माता-पिता यह सोचता है कि मेरी तो जिंदगी जा ही रही है मैं अपने बच्चों को अच्छा फलता- फूलता , बड़ा होता हुआ अगर देख लूँ तो मेरा जीवन धन्य हो जाएगा वो इसे ही अपनी जीवन की सफलता समझते हैंय वह एक बच्चे की सफलता को ही अपनी सफलता समझते हैं। यह इतना पवित्र और इतना बेहतरीन रिश्ता होता है जिसमे स्वार्थी नहीं होता उनकी इस दरियादिली और बड़प्पन का दुनिया में कोई दूसरा तोड़ नहीं है कोई दूसरा जवाब नही ।
माँ के रूप मे इतनी बड़ी सुरक्षा और सिक्योरिटी एक बच्चे के लिए –
दोस्तों मुझे याद आता है कि हम एक बार अपने घर जा रहे थे और घर जाते वक्त मैंने देखा एक नव विवाहित जोड़ा रोडवेज में बैठ कर सफर कर रहा है मैं भी उन दिनों रोडवेज से ही सफर कर रहा था तो मैंने देखा कि और उनके पास एक न्यू बोर्न बेबी था एक नया बच्चा था जो अभी-अभी वह अपने नए बच्चों के माता-पिता बने थे। उनके चेहरे पर खुशी बहुत साफ दिखाई पड़ रही थी और उनकी मां का प्यार तो अलग ही था जो उस छोटी सी जान को अपने सीने से लगाए हुए थीं ,उसे गिरने से बचाती थी, वह उसे धूल लगने से पहले ही साफ कर देती थीं , वह उसकी नाक निकलने से पहले ही साफ कर देती थी, वह बच्चे की शोर शराबे से लेकर और कई बातों की इतनी केयर करती थी की जैसे कोई भी दूसरा व्यक्ति पैसे लेकर भी नहीं कर सकता । इतनी बड़ी सुरक्षा और सिक्योरिटी एक बच्चे को मां के रूप में मिलती है। माँ उसको पोषण देती है, मां उसकी सुरक्षा करती है, मां उसका आत्मविश्वास होती है ,मां के आंचल में उसका पनपना सौभाग्य की बात होती है यह समझ लो कि उस समय वह जो गंदगी फैलाता है, वह जो मल मूत्र त्याग करता है उसे तक साफ करती है और जब हम बड़े हो जाते हैं तो अपने माता-पिता की बातों को अनदेखा कर देते हैं। छोटी सी जान से लेकर उन्होंने आज इतना बड़ा आपको कर दिया की आप अपनी दम पर कुछ कह सकते हैं, कुछ सुन सकते हैं, समझ सकते हैं, फिजिकली- मेंटली- सोशली हर तरीके से आपको बेहतरीन बनाने में उनका योगदान है।
एक माँ और पिता का अतुलनीय योगदान
वह दृश्य जब मेरे सामने आता है तो मैं अपने आप को उसमें देखने लगता हूँ कि मैं इतना छोटा जब हूँगा तो मेरी मां अपने सीने से लगाए हुए रहती होगी हर जगह जहां भी हाती होंगी , अगर मैं कभी बीमार हो जाता तो तुरंत डॉक्टर के पास दौड़ती होगी, हर वक्त खाना चाहिए तो तुरंत खाना देती होगीं । पानी चाहिए तो पानी देती होगी ,मेरी मां क्या मेरी गुलाम थी , नहीं । जिस समय मै कुछ बोल भी नहीं पाता था वो फिर भी समझ जाती थी। बच्चों को भूख लगी है की प्यास लगी है और बिना उनके बताने पर जान जाना यह दुनिया का कोई दूसरा व्यक्ति नहीं कर सकता एक माता ही है जो समझ जाती है कि बच्चों को खाना चाहिए या उसके पेट में यूं ही दर्द हो रहाहै। जब तक बच्चा स्वयं चलने को तैयार नहीं हो जाता, जब तक बच्चा स्वयं सोने में सक्षम नहीं हो जाता, जब तक वह खुद चलने में सक्षम ना हो जाए, खुद सोचने में सक्षम ना हो जाए ,खुद खाने न लगे, तब तक उसकी केयर एक माँ ही कर सकती है कोई दूसरा नहीं कर सकता । खुद को गीले में सुलाकर आपको सूखे में सुलाना , यह माँ ही कर सकती है और कोई नहीं कर सकता। 9 महीने तक अपने पेट में रखकर एक नया जीवन देने का काम करना , इतने वजन के मांस के टुकड़े के रूप में अपने पेट में रखना और उस वजन को बोझ ना समझना उसे अपने जीवन का योगदान समझ कर उसे जीते रहना ,यह बहुत बड़ी बात है जो अपने जीवन की सुंदरता को खो देती है एक बच्चे को सुंदर बनाने के लिए यह सिर्फ एक माँ ही कर सकती है और पिता जो बिना कभी कोई सवाल किये ,आप अगर दो रुपए की चीज मांगते हो तो वह ₹10 की देने की कोशिश करते हैं, भले ही उनकी जेब में ₹1 भी ना हो, कभी किसी ने क्या खूब कहा है अगर पिता है तो बाजार के सारे खिलौने अपने हैं आप जिस खिलौने पर हाथ रखते हैं तो सारे खिलौने आपको अपने से लगने लगते हैं ,क्योंकि तुम्हें अपने पिता पर भरोसा है एक पिता जब अपने बच्चे को हवा में उछालता है तो वह रोता नहीं होता है किलकारियां मारता है ।
दोस्तों यह दो इतने महत्वपूर्ण सदस्य हैं आपके परिवार के । जिनकी तुम जितनी सेवा करोगे , तुम उतने ही सफल बनते जाओगे और तुम्हें किसी मंदिर तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी । सुबह उठकर अपने माता-पिता के चरण स्पर्श करिए उनका आशीर्वाद लीजिए, पूरे दिन अगर आप कोई जॉब करते हैं तो एक घंटा का समय निकालकर उनके साथ उनकी यादों में, उनको अच्छा फील कराने में, उनको प्रसन्नचित्त बनाने में सहयोग और योगदान करें। उनको कभी न फील होंने दें कि उनको देखने वाला कोई नहीं, उनका ध्यान देने वाला कोई नहीं, माता आपकी सबसे बड़ी गुरु होती है व सबसे प्रथम गुरु होती है जिससे बच्चा सबसे पहले कुछ सीखना शुरू करता है । अगर आप एक समझदार उम्र में है तो अपने परिवार को हमेशा जोड़ कर रखिए। रोडवेज में जो देखा उसके बाद जब मै अपने घर पहुंचा तो अपने माता के प्रति इतना प्रेम आ रहा था मैं अपनी मां से जाकर सीधे गले से लग गया मैंने पूछा कैसी हो माँ , मैं आज भी वो पल याद करता हूं तो मुझे याद आता है कि मेरे लिए उन्होंने मेरी गंदगी तक साफ की है , इतना कौन करेगा मेरे लिए। इन्हीं सब बातों को याद करके आज मैं चाहता हूं कि मैं अपनी माता-पिता की हर इच्छा को पूरा करूँ और अपने आराध्य हनुमान जी से यही प्रार्थना करता हूं की मेरी जिंदगी में जीते जी कभी किसी प्रकार की उनको कोई दिक्कत ना आए और उनसे पहले वो दिक्कत हमें आ जाये और उनको कोई प्रॉब्लम न हो ।
सदा समर्पित रहें माता पिता की सेवा मे-
उन्होंने यह जिंदगी बनाई है तो यह जिंदगी भी उन्हीं को समर्पित है क्योंकि यह जीवन उनका दिया हुआ है, पूरी जिंदगी मैं उनके प्रति समर्पित रहूंगा। मुझे लगता है तब भी उनका शुक्रिया अदा नहीं किया जा सकता तब भी उनका ऋण उतारा नहीं जा सकताहै । माता-पिता को सलामत रखें और मैं कहता हूं दुनिया के हर माता-पिता स्वस्थ रहें और आप अगर पोस्ट पढ़ रहे हैं तो अपने माता-पिता को याद करें, तो आज ही उन्हें फोन करके उनसे जुड़ने की कोशिश करें, अगर दूर रहते हैं तो । नहीं तो घर जाकर नए सिरे से मिलिए, नई सोच के साथ मिलिए, घर के सदस्यों की एक बैठक लगाइए बैठकर उनके साथ, उनकी बीती बातों को याद करिये , उनको खुश रखिए ,ऐसा करके आपको बहुत अच्छा लगने वाला है और उनको भी बहुत अच्छा लगेगा। दोस्तों बस आपको यही सीखाना चाहते हैं ,एक यही सीख देना चाहते हैं कि दुनिया में माता-पिता ही एक ऐसे हैं जो आपको हर वक्त आपकी मदद करेंगे, कितनी भी बड़ी समस्या क्यों न हो, माता-पिता ही है जो सबसे बड़े मित्र बन जाएंगे ,सबसे बड़े संरक्षक बन जाएंगे ,सबसे बड़े अन्नदाता बन जाएंगे ,सबसे बड़े सहयोगी बन जाएंगे, सबसे बड़े धनवान बन जाएंगे।
यह कुछ बातें हैं याद रखें और सबसे बड़ी प्रायोरिटी सबसे बड़ी प्राथमिकता भी आपको इस संसार में उन्हीं को देनी है और किसी को नहीं । आपको अपने फैमिली के सभी सदस्यों को जोड़कर चलना चाहिए। उन्हें कभी बिखरने नहीं देना चाहिए। एक अंगूर के गुच्छे की तरह ही होता है पूरा परिवार सब अलग-अलग हो जाएंगे तो सबके भाव गिर जाएंगे और अगर एक गुच्छे में रहेंगे तो सब का भाव और सब की प्रसिद्ध, प्रतिभा और सम्मान बढ़ता ही रहेगा। यही शुभकामना के साथ, यही शिक्षा के साथ हम आपसे विदा लेते हैं ,उम्मीद करते हैं कि आज का आपको कंटेंट अच्छा लगा होगा और आप कोई सुझाव देना चाहते हैं या आप चाहते हैं कि हम किसी और अच्छे टॉपिक पर या किसी और चीज पर विचार व्यक्त करें तो आप कमेंट बॉक्स में जरूर उस टॉपिक का नाम लिखिएगा । हमारी इस पोस्ट से आपने आज क्या सीखा,और आपको क्या अच्छा लगा जरूर बताइएगा हमें आपके कमेन्ट पढ़ कर बहुत अच्छा लगता है धन्यवाद।
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