यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने online course के फर्जीवाड़ा को लेकर सतर्क किया है और अपनी एक गाइड लाइन जारी की है जिसमें बताया है कि कैसे सेलेक्ट करें सही ऑनलाइन कोर्स डिग्री।
Online Course करने मे रखें सावधानी-
जब आप ऑनलाइन कोर्स कर रहे हैं, तो फर्जी डिग्री का खतरा हो सकता है, इसलिए UGC ने कुछ सलाह दी है कि कैसे आप इसे पहचान सकते हैं। यदि आप ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स करने की सोच रहे हैं, तो आपको सावधान रहना चाहिए। UGC ने फर्जी ऑनलाइन डिग्री को पहचानने के लिए कुछ उपाय बताए हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि एमबीए कोर्स को लेने के बारे में 10 दिन के अंदर भी सावधान रहें। उन्होंने सार्वजनिक नोटिस में यह भी कहा कि कुछ व्यक्ति और संगठन उच्च शिक्षा प्रणाली के मान्यता प्राप्त डिग्री कार्यक्रमों को आधार मानने के समान हैं।
यदि आप भी ऑनलाइन कोर्स करने का सोच रहे हैं, तो पहले UGC की गाइडलाइंस पढ़ लें, अन्यथा आपका समय और पैसा दोनों बर्बाद हो सकता है। कुछ फर्जी यूनिवर्सिटी और कॉलेज आपको अपना शिकार बना सकते हैं। UGC इंडिया ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है जिसमें इस तरह के फेक यूनिवर्सिटी और कॉलेज के कोर्सेस को लेकर चेतावनी दी गई है।ये शैक्षिक संस्थान डिग्री या डिप्लोमा का दावा तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें UGC से मान्यता नहीं मिली है। अगर आपने उनमें से किसी संस्थान से पढ़ाई कर ली, तो आपकी डिग्री का कोई मतलब नहीं रहेगा।
UGC ने जारी की चेतावनी-
UGC के नोटिफिकेशन में यह चेतावनी दी गई है कि कुछ व्यक्ति या संगठन मान्यता प्राप्त डिग्री या डिप्लोमा की तरह ही ऑनलाइन कोर्स कराने का दावा कर रहे हैं। लोगों को ’10 दिनों में एमबीए कोर्स’ जैसे लुभावने शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जबकि डिग्री कोर्स की अवधि और पात्रता UGC द्वारा निर्धारित की जाती है। यह निर्धारण केंद्र सरकार के अप्रूवल के बाद होता है।सभी मान्यताप्राप्त उच्च शिक्षण संस्थानों की सूची UGC की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। आप deb.ugc.ac.in पर जाकर पूरी सूची की जाँच कर सकते हैं। यदि आप बिना सोचे-समझे कोई कोर्स करने जा रहे हैं, तो पहले यहाँ सही कोर्स और संस्थान की सूची चेक कर लें। नहीं तो आपका समय और पैसा बर्बाद हो सकता है।
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने एक पब्लिक नोटिस जारी किया है, जिसमें लोगों को फर्जी नाम वाले यूनिवर्सिटीज और कॉलेज से सावधान रहने की सलाह दी गई है। यूजीसी ने इस प्रकार के फर्जी ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम के खिलाफ एक पब्लिक नोटिस जारी किया है, जो दूर से देखने पर किसी UGC द्वारा मान्यता प्राप्त कोर्सों के समान एजुकेशन प्रोग्राम का दावा करते हैं।
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के पब्लिक नोटिस में कहा गया है कि “कुछ व्यक्ति/संगठन हायर एजुकेशन सिस्टम के मान्यता प्राप्त डिग्री प्रोग्रामों के समान एब्रिविएशन (संक्षिप्त) नाम का इस्तेमाल करके ऑनलाइन प्रोग्राम/पाठ्यक्रम पेश कर रहे हैं।” इन भ्रामक प्रोग्रामों में से एक ’10-दिन में एमबीए’ UGC के विशेष जांच के दायरे में आ गया है।
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की नोटिस-
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के सचिव मनीष जोशी ने नोटिस में बताया है कि केवल केंद्रीय अधिनियम, प्रांतीय अधिनियम या राज्य अधिनियम द्वारा या उसके तहत स्थापित या निगमित विश्वविद्यालय अथवा संसद के अधिनियम द्वारा विशेष रूप से सशक्त विश्वविद्यालय अथवा संस्थान ही किसी को डिग्री देने का अधिकार रखता है। इस परिणामस्वरूप, उन्होंने कहा कि किसी डिग्री का नामकरण, उसका एब्रिविएशन नाम, अवधि और प्रवेश योग्यता को यूजीसी द्वारा तय किया जाता है। ध्यान देने वाली बात है कि ये फैसला केंद्र सरकार की पूर्व मंजूरी के साथ आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचना के प्रकाशन के माध्यम से ही जारी किया जाता है।
हायर एजुकेशन वाले संस्थान भी खुद से अपना ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम शुरू नहीं कर सकते हैं। ऐसा कोई भी ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम शुरू करने के लिए उन्हें यूजीसी से मंजूरी लेनी होती है। यूजीसी ने हितधारकों को सलाह दी है कि वो किसी भी ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम में आवेदन करने या एडमिशन लेने से पहले उस प्रोग्राम की वैधता जांच लें।